हरिद्वार के आपदा ग्रस्त क्षेत्र के 35 से अधिक गांवों में पहुंचकर कृषि मंत्री ने लिया जायजा, किसानों से मुलाकात कर सरकार की तरफ से हर संभव मदद का दिलाया भरोसा,हरिद्वार के लक्सर, खानपुर, मंगलौर में बारिश के कारण किसानों की फसलों को हुए नुकसान का स्थलीय निरीक्षण करते कृषि मंत्री गणेश जोशी,मंत्री ने सचिव कृषि को आपदा प्रभावित क्षेत्र का कैंप करने के दिए निर्देश।

हरिद्वार के आपदा ग्रस्त क्षेत्र के 35 से अधिक गांवों में पहुंचकर कृषि मंत्री ने लिया जायजा, किसानों से मुलाकात कर सरकार की तरफ से हर संभव मदद का दिलाया भरोसा,हरिद्वार के लक्सर, खानपुर, मंगलौर में बारिश के कारण किसानों की फसलों को हुए नुकसान का स्थलीय निरीक्षण करते कृषि मंत्री गणेश जोशी,मंत्री ने सचिव कृषि को आपदा प्रभावित क्षेत्र का कैंप करने के दिए निर्देश।

प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने रविवार को जनपद हरिद्वार के विधानसभा क्षेत्र मंगलौर, लक्सर, खानपुर क्षेत्र के आपदाग्रस्त करीब 35 गांव का दौरा किया। इस दौरान मंत्री गणेश जोशी ने तीनों विधानसभाओं के गांव के प्रभावित किसानों से भी मुलाकात और बारिश से उनकी फसल को हुए नुकसान का मुआवजा देने का राज्य सरकार की तरफ से किसानों को भरोसा दिलाया।

इस अवसर पर किसानों ने कृषि मंत्री गणेश जोशी के समक्ष अतिवृष्टि से हुए नुकसान से संबंध में अपनी समस्या को रखा। किसानों द्वारा मंत्री को अवगत कराया गया कि भारी बारिश के साथ औद्योगिक क्षेत्र का रसायनिक जल भी खेतों में जाने से भी फसलों को नुकसान हुआ है, इसकी सैंपलिंग की जाए। इस दौरान उन्होंने आपदा से पीड़ित लोगो को आश्वासन दिया कि धामी सरकार उनके साथ है। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि किसान हमारा अन्नदाता है, किसानों की समस्या जानने के लिए बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रो का जायजा लिया जा रहा है, जिससे किसानों की हर सम्भव मदद की जाए। उन्होंने बताया कि सरकार ने किसानों के तीन महीने के बिजली के बिल स्थगित कर दिए हैं, कृषि ऋण पर भी बैंकों की रिकवरी पर तीन माह के लिए रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि पूरे क्षेत्र को आपदा ग्रस्त घोषित किया जा रहा है और सरकार के जो मानक हैं उनके अनुरूप मदद की जा रही है। मंत्री गणेश जोशी ने कुछ गांव जो अति जलभराव के कारण सर्वेक्षण से छूट गए है, उसके लिए कहा सचिव कृषि को भी हरिद्वार जनपद के आपदा प्रभावित क्षेत्र में कैंप करने के निर्देश दिए। मंत्री ने कहा किसान हमारे अन्नदाता हैं उनकी हर समस्या का समाधान करना सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने कहा किसानों द्वारा जो कृषि ऋण है उसका ब्याज माफ करने की मांग की गई है, उसका समाधान भी शीघ्र किया जाएगा। मंत्री ने कहा जो केंद्र सरकार के मुआवजे के मानक है वह बहुत कम हैं, जो भी हमारे किसान भाइयों को नुकसान हुआ है उसकी भरपाई ना के बराबर होगी। इस संबंध में भी वह मुख्यमंत्री से वार्ता कर आपदा राहत कोष से किसान भाइयों की मदद करने का प्रयास करेंगे। ताकि किसानों को राहत मिल सके। उन्होंने कहा हरिद्वार जनपद के आपदा प्रभावित में कुछ जगह पर यह देखा गया कि सिडकुल का केमिकल से जो पानी आया है उससे कृषि को बहुत ज्यादा क्षति हुई है गन्ने की फसल खराब हो गई हैं। इस सब की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपेंगे। मंत्री ने कहा पुष्कर सिंह धामी सरकार ऐसी कठिन स्थिति में अपने किसान भाइयों के साथ खड़ी है।

इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानन्द, पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन, संजय गुप्ता, जिलाध्यक्ष शोभाराम प्रजापति, संजय गोयल, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जोगेंद्र पुंडीर, अपर जिलाधिकारी वीर सिंह बुंदियाल, कृषि विभाग से संयुक्त निदेशक दिनेश कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी विजय देवराड़ी, उद्यान विभाग से संयुक्त निदेशक डॉ रतन कुमार, मुख्य उद्यान अधिकारी ओमप्रकाश, परियोजना निदेशक कैलाश तिवारी, सुशील राठी, डॉo मधु सिंह, जिला महामंत्री अरविन्द गौतम, प्रवीण संधु, मण्डल अध्यक्ष विकास मित्तल, ऋषिपाल बालियान, प्रधान कुंवर सिंह आदि उपस्थित रहे।

 

*हरिद्वार जनपद आंकड़ा।*

• कुल बोया गया क्षेत्रफल 91301.0 हैक्टियर

• आपदा प्रभावित 53883 हैक्टियर

• NDRF/SDRF के मानक अनुसार प्रारम्भिक क्षतिपूर्ति का आंगणन रु 38.56 करोड़।

• प्रभावित फसले – मन्ना, धान, चारा, सब्जी फसलें आदि।

(विस्तृत सर्वे की कार्यवाही गतिमान है।)

*जिन गाँव का दौरा किया, उनकी सूची*

*विधानसभा क्षेत्र खानपुर* : मुंडाखेड़ा, सदाबाद, कान्हेवाली, पोसोवाली, डेरियो, मोहनेवाला, खानपुर, तुगलपुर, मैडबेला, चाँदपुरी खुर्द, चाँदपुरी कला, नाइवला, डॉलवाला, प्रहलादपुर,, गोवर्न्धनपुर, ग़नौली, डबकी, भूरनी, कुखेड़ा, लंधौरा।

*विधानसभा क्षेत्र लक्सर : ऐठल बुजुर्ग, सेठपुर, हुसैनगंज, हड़वालानाला, मुण्डा, खेड़ाकला, अंगोड़ाखेड़ा।*

*विधानसभा क्षेत्र मंगलोर : आमखेड़ी, मुँडलाना, खालसा मोहल्ला, लिबरेडी, लखनोता टिकोला।

Editorial Desk