अखिलेश यादव में राजनीतिक परिपक्वता की कमी है: शिवपाल यादव

अखिलेश यादव में राजनीतिक परिपक्वता की कमी है: शिवपाल यादव
LUCKNOW, INDIA - JULY 17: Senior SP leader Shivpal Yadav coming out of Vidhan Sabha House after casting his vote during the presidential election on July 17, 2017 in Lucknow, India. Approx. 99% voting was recorded for electing India?s next president. The counting of votes will take place on 20th July. The numbers are stacked in favour of the ruling coalition?s nominee Ram Nath Kovind, a former Bihar Governor, over the opposition?s candidate and former Lok Sabha Speaker Meira Kumar. (Photo by Subhankar Chakraborty/Hindustan Times via Getty Images

देहरादून: लखनऊ में शुक्रवार को राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित रात्रि भोज में शिवपाल यादव और ओम प्रकाश राजभर भी पहुंचे थे। दोनों के यहां पहुंचने के बाद सियासी गलियारों में हलचल मची ही थी कि शनिवार को शिवपाल ने अपने तेवर दिखाकर अखिलेश यादव पर निशाना साधा हैं।

शिवपाल ने सपा प्रमुख पर तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश यादव में राजनीतिक परिपक्वता की कमी है। इसके कारण समाजवादी पार्टी कमजोर होती जा रही है। कई नेता पार्टी छोड़ रहे हैं। मुझे पार्टी की बैठकों में आमंत्रित नहीं किया जाता है। मुझे विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के साथ बैठक में भी नहीं बुलाया गया। अगर अखिलेश मेरे सुझावों को गंभीरता से लेते तो उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की स्थिति बिल्कुल अलग होती। सपा के कई गठबंधन दल अब उनका साथ छोड़ रहे हैं। इसका कारण सपा प्रमुख की राजनीतिक अपरिपक्वता है।

शिवपला ने आगे कहा कि मैंने बहुत पहले कहा था जहां हमें बुलाया जाएगा, जो हमसे वोट मांगेगा, हम उसे वोट देंगे। इससे पहले भी राष्ट्रपति चुनाव हुआ था, तब भी हमें समाजवादी पार्टी ने नहीं बुलाया। उस समय रामनाथ कोविंद जी ने वोट मांगा और हमने उनका समर्थन किया। कल मुझे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलाया तो मैं वहां गया और द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। मैं मुख्यमंत्री से मिला, उन्होंने मुझसे अच्छे तरीके से बात की।

अपना दर्द को साझा करते हुए शिवपाल ने कहा कि हमें समाजवादी पार्टी की तरफ कभी भी किसी मीटिंग में नहीं बुलाया गया। परसों भी यशवंत सिन्हा यहां थे लेकिन हमें नहीं बुलाया गया। राजनीतिक अपरिपक्वता की कमी होने के कारण ये सब होता चला जा रहा है और पार्टी कमजोर हो रही है।

Editorial Desk